दीपिका पादुकोण को बॉलीवुड में आए 17 साल बीत चुके हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने अपनी फिल्मी जर्नी पर बात की है। उन्होंने कहा कि इतने दिनों से वो बॉलीवुड में काम कर रही हैं लेकिन उन्हें कभी ऑडिशन नहीं देना पड़ा मगर वेस्ट यानी हॉलीवुड में उनके साथ ऐसा नहीं हुआ।

दीपिका ने कहा, ‘लगभग दस साल पहले जब मैंने हॉलीवुड में अपनी जर्नी शुरू की तो मुझे ऑडिशन देने पड़े जो कि मेरे लिए बिल्कुल नया एक्सपीरिएंस था। मैंने इससे पहले ऑडिशन नहीं दिए थे। मैं ट्रेंड एक्टर नहीं थी और न ही मैंने कोई फैंसी एक्टिंग स्कूल से ट्रेनिंग ली थी। मैंने जो भी सीखा वो काम करते हुए ही सीखा है।’

हॉलीवुड फिल्म 'XXX: रिटर्न ऑफ जेंडर केज' में विन डीजल के साथ दीपिका।हॉलीवुड फिल्म ‘XXX: रिटर्न ऑफ जेंडर केज’ में विन डीजल के साथ दीपिका।

‘ओम शांति ओम’ के लिए नहीं दिया था ऑडिशन: दीपिका

दीपिका ने ये भी बताया कि जब उन्होंने अपनी पहली फिल्म ‘ओम शांति ओम’ साइन की थी तो डायरेक्टर फराह खान ने उनका कोई स्क्रीन टेस्ट या ऑडिशन नहीं लिया था। दीपिका ने कहा कि ‘ओम शांति ओम’ के बाद भी उन्हें किसी हिंदी फिल्म के लिए ऑडिशन नहीं देने पड़े।

‘ओम शांति ओम’ 2007 में रिलीज हुई थी जिसमें दीपिका शाहरुख खान के अपोजिट नजर आई थीं।इसके बाद दीपिका ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और कई हिट फिल्में दीं। 2017 में उन्होंने विन डीजल की फिल्म ‘XXX: रिटर्न ऑफ जेंडर केज’ से हॉलीवुड डेब्यू किया था।

'ओम शांति ओम' की शूटिंग के दौरान दीपिका, शाहरुख खान और फराह खान।‘ओम शांति ओम’ की शूटिंग के दौरान दीपिका, शाहरुख खान और फराह खान।

दीपिका को ऐसे मिली ‘ओम शांति ओम’

इससे पहले एक इंटरव्यू में दीपिका ने कहा था कि ‘ओम शांति ओम’ दिलाने में किस्मत और मौके का अहम रोल रहा। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, ‘मैं मॉडलिंग के लिए मुंबई आ गई। अतुल कस्बेकर (फोटोग्राफर) पहले इंसान थे, जिन्होंने मेरे माता-पिता को कहा कि मुझे मुंबई आना चाहिए।’

दीपिका ने आगे कहा था, ‘फराह उस वक्त ‘ओम शांति ओम’ बना रही थीं और उन्हें न्यूकमर की जरूरत थी। वे किसी भी स्थापित अभिनेत्री को फिल्म में ले सकती थीं, लेकिन उन्होंने न्यूकमर को चुना। उन्होंने मेरे सभी विज्ञापन देखे और तय किया कि मैं रोल के लिए परफेक्ट हूं। तब वे मुझे जानती तक नहीं थीं। उन्होंने मुझे विज्ञापनों में देखा और शाहरुख के अपोजिट कास्ट करने का रिस्क ले लिया।’