आमिर खान की एक्स वाइफ किरण राव इन दिनों अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में बनी हुई हैं। हाल ही में उनकी मूवी लापता लेडीज रिलीज हुई जिसे काफी तारीफें मिली। वहीं दूसरी तरफ किरण अपनी पर्सनल लाइफ से जुड़े किस्से आए दिन शेयर कर रही हैं। अब डायरेक्टर ने अपने शुरुआती दिनों को याद किया है।
Aamir Khan की एक्स वाइफ किरण राव का संघर्ष पर छलका दर्द, बताया- शुरुआती दिनों में ये काम करके कमाए पैसे

लापता लेडीज की डायरेक्टर किरण राव (Photo Credit: Instagram)

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। किरण राव इन दिनों अपनी फिल्म ‘लापता लेडीज’ की सफलता को एन्जॉय कर रही हैं। इस फिल्म की कहानी को लोगों ने काफी पसंद किया और आम लोगों से लेकर कई हस्तियों तक ने किरण के निर्देशन की तारीफ की। आमिर खान की एक्स वाइफ ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत फिल्म ‘लगान’ में अस्सिटेंट डायरेक्टर बनकर की थी, लेकिन उनके लिए मुंबई जैसी बड़ी और महंगी जगह पर रहना इतना आसान नहीं था।

अब हाल ही में किरण ने इस बात का खुलासा किया है। डायरेक्टर ने बताया कि कई फीचर फिल्मों में एक असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में काम करने के बावजूद भी उनकी कमाई मुंबई में रहने के लिए पूरी नहीं थी।

मुंबई में रहना किरण के लिए नहीं था आसान

हाल ही में लापता लेडीज की डायरेक्टर ने पॉडकास्ट साइरस सेज में बात करते हुए बताया कि वह अपने शुरुआती दिनों में टेंपरेरी वर्कर थीं। उन्होंने कहा कि

मुझे जब भी कोई नौकरी मिलती, मैं उसे हां कर देती थी। जब तक उससे पैसे मिलते, तब तक काम करती। फिर दूसरी नौकरी की तलाश में भागदौड़ करती। इस दौरान मुझे इस बात की हमेशा चिंता रहती कि क्या मेरी सेविंग्स चल जाएगी और क्या मैं अपना किराया दे पाउंगी।

फीचर फिल्मों में नहीं मिलते थे पैसे

इसके बाद जब होस्ट ने उनसे लगान में उनकी इंवॉल्वमेंट के बारे में बात की और पूछा कि वह आपके लिए फायदेमंद होने चाहिए थी, तो इसके बारे में बात करते हुए किरण ने कहा कि

फीचर फिल्मों से पैसे नहीं मिलते थे, वो एड ही थे, जिसने मुझे मुंबई में रहने के लिए पैसे दिए। लगान के साथ पहली बार असिस्टेंट डायरेक्टर सिस्टम की शुरुआत हुई, लेकिन एड नौकरियों के जरिए मैं कंप्यूटर और कार जैसी महंगी चीजें खरीदने में सफल रही।

लगान के दौरान पड़ती थी डांट

किरण ने लगान के दिनों को याद करते हुए एक किस्सा भी शेयर किया। उन्होंने बताया कि वह काफी मुश्किल समय था। मुझे वह सिर्फ कॉफी मिलती थी और कुछ भी गलत होता, तो मुझ पर चिल्लाया जाता था। रीमा कागती एक सख्त सेकेंडरी एडी थीं।